जैसा कि मैं आपकी ग्राफ़िक से समझता हूँ: "सुलभता सूचकांक" 2000: लगभग 115 बनाम लगभग 135 2020।
आपके DB-Research के आंकड़े भी आपके दावे को निराधार साबित करते हैं। अध्ययन अवधि के दौरान मकानों के दाम आय से अधिक बढ़े हैं।
असल में मुद्दा यह था कि यह कहना कि पिछली पीढ़ी में घर बनाना आसान या सस्ता था, पूरी तरह सही नहीं है।
दूसरी ग्राफ़ में सुलभता सूचकांक निर्णायक है।
यहाँ पर BAFA, Baukindergeld आदि जैसी सब्सिडी शामिल नहीं की गई हैं....