chand1986
06/12/2021 07:21:22
- #1
लेकिन तुम तो सब कुछ कह सकते हो!
लेकिन कोई भी दूसरा तुम्हें ये कह सकता है कि उसे यह बुरा लगता है।
बस इतना ही। यही है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता।
और हाँ: फर्क पड़ता है कि तुम कहते हो: BB बदसूरत है बनाम मैं BB को बदसूरत समझता हूँ।
"है" बनाम "समझता हूँ" एक झूठा तथ्य बनाम विषयगतता है।
लेकिन कोई भी दूसरा तुम्हें ये कह सकता है कि उसे यह बुरा लगता है।
बस इतना ही। यही है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता।
और हाँ: फर्क पड़ता है कि तुम कहते हो: BB बदसूरत है बनाम मैं BB को बदसूरत समझता हूँ।
"है" बनाम "समझता हूँ" एक झूठा तथ्य बनाम विषयगतता है।