Bookstar
06/09/2022 23:09:45
- #1
प्रसिद्ध उद्धरण हाबेक का „पितृभूमि प्रेम मुझे हमेशा घिनौना लगा। मैं कभी भी जर्मनी के साथ कुछ भी शुरू नहीं कर पाया और आज तक नहीं कर पाया।“
इसलिए उसे बिजली संकट की परवाह नहीं है, विचारधारा तर्क से ज्यादा महत्वपूर्ण है। वह किसी विशेषज्ञ की बात नहीं सुनता।
आश्चर्य होता है कि ऐसे लोगों को कौन अपना वोट देता है। इसके मुकाबले तो "बुरी" AFD भी एक नन्हा बच्चा है।
खैर, हम देखेंगे कि एक बड़ा ब्लैकआउट कितना संभावित है, फिलहाल शायद कोई भी इसे सटीक रूप से भविष्यवाणी नहीं कर सकता।
इसलिए उसे बिजली संकट की परवाह नहीं है, विचारधारा तर्क से ज्यादा महत्वपूर्ण है। वह किसी विशेषज्ञ की बात नहीं सुनता।
आश्चर्य होता है कि ऐसे लोगों को कौन अपना वोट देता है। इसके मुकाबले तो "बुरी" AFD भी एक नन्हा बच्चा है।
खैर, हम देखेंगे कि एक बड़ा ब्लैकआउट कितना संभावित है, फिलहाल शायद कोई भी इसे सटीक रूप से भविष्यवाणी नहीं कर सकता।