तो हम देखते हैं, कि AfD भी सबसे पहले दूसरों के पैसों को बेकार खर्च करने में अच्छी है।
बाकी पार्टियाँ क्या कर रही हैं? वे तो और भी बुरी हैं। उल्टा, वे ऐसे पैसे भी खर्च कर देती हैं जो उनके पास होते ही नहीं हैं।
AfD की ओर से बहुत सारे अच्छे और व्यवहारिक समाधान सुझाव हैं। और AfD में बहुत अच्छे शिक्षित और योग्य विशेषज्ञ मौजूद हैं। सर्वेक्षण के परिणाम कहीं से भी नहीं आते और लोग तो मूर्ख भी नहीं हैं। भले ही उन्हें मीडिया में लगभग बहिष्कृत किया जाए, कम से कम सार्वजनिक सेवा मीडिया से।
हालांकि मैं लंबे समय से AfD का वोटर हूँ, लेकिन न तो मैं इस पार्टी का सदस्य हूँ और न ही समर्थक। अगर AfD शासन में आती है, तो यह वर्तमान सिस्टम पार्टियों की तरह ही खुद को अनुकूलित कर लेगी। शायद।
अभी तक यह हमेशा नरम हिस्सों को बाहर निकालने में सफल रही है। मेउथेन, पेट्री और अन्य, जिससे एक तरह का स्व-सफाई प्रभाव हुआ। AfD के खिलाफ घृणा का आधार बड़ी हद तक स्थापित पार्टियों का अपनी सत्ता खोने का डर है। और वे इसी से AfD को मजबूत बनाते हैं।
दरअसल AfD की जरूरत ही नहीं थी। अगर CDU 30 साल पहले जैसी रूढ़िवादी सोच के साथ होती तो हमारे देश के लिए बहुत अच्छा होता। दुर्भाग्य से, मर्केल के तहत CDU और FDP दोनों बाएं ओर जा चुके हैं और अब वे महत्वहीन हो गए हैं।
यहाँ थुरिंगिया और सैक्सनी में मैंने अक्सर बातचीत में सुना है कि लोग उस मजबूत CDU को याद करते हैं जो कभी कुर्ट बीडेनकोफ या बर्नहार्ड वोगेल के समय थी। उनके पास 40 प्रतिशत से भी अधिक पूर्ण बहुमत था। आज वही बहुमत AfD के पास है। और अब 35 प्रतिशत मतदाताओं को कट्टर दक्षिणपंथी मूर्ख कहना कोई मदद नहीं करता। AfD का सबसे अच्छा चुनाव सहायक तो अम्पेल सरकार ही है।
और बवेरिया वालों की बात अलग है, वे तो भुई कर देने वाले कर की आधी रकम ही चुकाते हैं, जो कि हम थुरिंगिया में चुकाते हैं।