haydee
24/12/2022 06:54:53
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मेरे लिए यह एक योजना की तरह लगता है जिससे शिक्षकों को अंततः थका दिया जाए। यह एक गाँव के स्कूल में जहाँ पूरी स्कूल में केवल 10 बच्चे हों काम कर सकता है, लेकिन आज की सामान्य कक्षा के आकार में यह संभव नहीं है। 20 से अधिक बच्चों के साथ कोई शिक्षक एक ही वर्ष समूह के सभी बच्चों की उचित देखभाल मुश्किल से कर सकता है।
गणित में तो यह स्थिति बेहद है। पढ़ना और लिखना में अब तक कोई विभिन्न स्तर नहीं हैं, हर कक्षा अपने स्तर पर है। बच्चों के लिए यह अच्छा है, लेकिन शिक्षकों के लिए अतिरिक्त काम है। हमारे वर्तमान शिक्षिका के साथ यह प्रभावी प्रतीत होता है। वह सचमुच एक सपना जैसी हैं। स्नेही, दृढ़, उत्साही। हर बच्चे पर ध्यान रखती हैं और माता-पिता को सही तरीके से संभालती हैं। उम्मीद है कि प्रधानाध्यापक फिर उन्हें न खो दे। शिक्षिका अभी "और" रहना चाहती हैं। फैसला स्कूल प्रशासन को करना होगा।
हम एक गाँव का स्कूल हैं, लेकिन इतने छोटे नहीं कि कक्षाएं वर्ष मिश्रित पढ़ाई जाएँ। लगभग 20 साल पहले नगर पालिका ने 8 प्राथमिक स्कूल स्थलों को घटाकर 2 कर दिया था। वर्तमान में लगभग 350 प्राथमिक विद्यालय के बच्चे 2 स्थलों पर विभाजित हैं।