धीरे-धीरे मुझे समझ में आ रहा है कि हमारा विशेषज्ञ बिना पत्रों वगैरह के कैसे अपनी बात मनवा पाता है और कारीगरों तथा निर्माणकर्ताओं द्वारा उसे सराहा जाता है। वह हर मामले में बहुत निपुण था और हर किसी के साथ बराबरी के स्तर पर बात कर सकता था और तुरंत बता देता था कि समाधान क्या हैं।
क्या आप कहना चाहते हैं कि विशेषज्ञ कुछ काम का नहीं है? वह भी निपुण है लेकिन वह किसी को काम करने के लिए मजबूर नहीं कर सकता। मुझे उसे यहाँ फ़ोरम के माध्यम से सुझाया गया था और दूसरे निर्माणकर्ता उससे बहुत अच्छे से मेलजोल रखते हैं, वहाँ वह जाहिर तौर पर हमेशा अपनी बात मनवा पाता था। हमारे यहाँ सामान्य ठेकेदार बिलकुल ही उपलब्ध नहीं है लेकिन इसमें विशेषज्ञ की कोई गलती नहीं है।
अपने आप को डराने मत दो और रेशमी तरीकों से काम चलाने से बचो। चाहे वह प्रमाणिक हो या न हो, कभी-कभी तालिका पर जोर से थप्पड़ मारना पड़ता है।
वे चीज़ों को कमी के रूप में नहीं देखते, इसमें क्या समझना है? क्या मुझे उन्हें थप्पड़ मारना चाहिए, चीखना चाहिए, झटकना चाहिए, गला दबाना चाहिए.....?
यहाँ तक कि टेरेस के दरवाज़ों-खिड़कियों के साथ भी। विशेषज्ञ और वकील ने बताया कि हम सही हैं। उनका एक अलग मत था। वकील कहता है, हम इसे लागू कर सकते हैं लेकिन तब शायद पहले निर्माण पर रोक लग जाएगी - कौन जानता है कब तक। मामला सही होना, इसे सिद्ध करना और फिर इसे लागू करना अलग-अलग बातें हैं।
मैं चोर को समझता हूँ। हमारे पास कोई पकड़ नहीं है। आप वास्तव में क्या करना चाहते हैं? बस शिकायत करना और विशेषज्ञ को शामिल करना।
तो ज़ोर से बात करनी पड़ेगी! *हँस*