वे हमें पैसे छोड़ दें, हम खुद जानते हैं कि हमारे लिए क्या महत्वपूर्ण है और क्या नहीं
मज़ेदार है कि तुम इसे इतनी बेधड़क तरीके से भी कहते हो। जैसा कि कहावत है "अगर हर कोई अपने लिए सोचे, तो सबका ख्याल रखा गया", या ऐसा कुछ?
मेरे अनुभव के अनुसार, इन 99% "लिबरल" लोगों में से अधिकांश ऐसे लोग हैं जिन्हें अब तक कभी ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा जहाँ उन्हें अपने आसपास के लोगों से सक्रिय रूप से मदद मांगनी पड़ी हो, और साथ ही वे इस बात को सफलतापूर्वक नजरअंदाज कर पाते हैं कि वे अपने पूरे जीवन में अप्रत्यक्ष रूप से उस सहायता का हिस्सा रहे हैं।
हर कोई सरकारी कार्यों के अलग-अलग पहलुओं पर अपनी राय रख सकता है, लेकिन जीवनभर राज्य कर्मचारी रहे व्यक्ति के लिए "नैनी-स्टेट" शब्द का प्रयोग करना जब यह पैसा उन चीज़ों पर खर्च करता है जिन्हें
मैं सार्थक नहीं मानता, यह वास्तव में बहुत बड़ा मुद्दा है।
...और तुम्हारे वेतन के लिए मैं टैक्स देता हूँ! अविश्वसनीय