तो व्याख्या उल्टी है, ठंडी हवा स्वाभाविक रूप से कम नमी ले सकती है, इसलिए सर्दियों में हवा हमेशा इतनी सूखी होती है। लेकिन प्रभाव फिर भी समान होता है। बाहर की ठंडी सर्दियों की हवा (कम कुल हवा की नमी) अंदर आती है, गर्म होती है और वहाँ नमी को अपने अंदर समाहित कर लेती है, फिर फिर से हवादार करने पर बाहर निकल जाती है। इसलिए क्रॉस-वेंटिलेशन (querlüften) भी बहुत महत्वपूर्ण है।