RomeoZwo
18/01/2023 07:35:41
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कंपनियां भी महंगे महानगरों में जाना पसंद नहीं करतीं क्योंकि वहां दिखावा और महंगा होता है, बल्कि इसलिए कि बड़ी शहरों में कर्मचारियों की संभावनाएं सबसे अधिक होती हैं और उपलब्ध सार्वजनिक परिवहन के कारण नौकरी बदलने की एक निश्चित सहमति होती है बिना कि निवास स्थान और मित्र मंडल को "बदलना" पड़े। इसी कारण कुछ शहरों में उद्योग "क्लस्टर" बन जाते हैं, जैसे एफएफएम में बैंक, ड्रेस्डेन में चिप उद्योग, स्टु्टगार्ट के आस-पास और अन्दर ऑटोमोबाइल समेत आपूर्तिकर्ता आदि। मैं इसे खुद पर देखता हूँ, मेरा नियोक्ता इस उद्योग के लिए यहां शहर में एकमात्र है। मुझे लगातार देश के अन्य हिस्सों से हेडहंटर से पूछताछ मिलती है जिसमें वे आसानी से 20% अधिक वेतन का प्रस्ताव देते हैं। लेकिन मेरी पत्नी यहाँ रहती है और हमारा घर बना हुआ है। विपरीत स्थिति में मेरा नियोक्ता नए "विशेषज्ञ" अर्थात् विशिष्ट पेशेवर अनुभव वाले कर्मचारी नहीं पा पाता। केवल स्नातक, जिनके लिए नौकरी के लिए स्थानांतरण की इच्छा अधिक होती है।नियोक्ताओं की स्थान-चयन और जीवन के मुख्य स्थल के चयन में अब केवल, अतिशयोक्ति करते हुए कहें, कोलोन, डुसेलडोर्फ, म्यूनिख, हैमबुर्ग, फ्रैंकफर्ट और बर्लिन के 6 शहर 90% सभी लोगों का लक्ष्य नहीं हैं