kbt09
31/03/2020 06:31:44
- #1
मुझे अभी नहीं पता कि मैं इसके बारे में क्या सोचूं।
एक ओर यहाँ "लालची बैंकर्स" जैसे कथन आते हैं और फिर कुछ लोग जो कई लाख यूरो का वित्तपोषण कर चुके हैं, और मैं मानता हूँ कि उन्होंने यह अंधाधुंध और बेवकूफी में नहीं किया होगा, वे शायद अब उतनी अच्छी तरह से तैयार नहीं की गई वापसी सूचना का फायदा उठाना चाहते हैं ताकि वे उस ऋण को निरस्त कर सकें जिसके शर्तों से वे समझौता करते समय पूरी तरह संतुष्ट थे। यह किसी तरह से "लालची उपभोक्ता" जैसा लगता है।
एक ओर यहाँ "लालची बैंकर्स" जैसे कथन आते हैं और फिर कुछ लोग जो कई लाख यूरो का वित्तपोषण कर चुके हैं, और मैं मानता हूँ कि उन्होंने यह अंधाधुंध और बेवकूफी में नहीं किया होगा, वे शायद अब उतनी अच्छी तरह से तैयार नहीं की गई वापसी सूचना का फायदा उठाना चाहते हैं ताकि वे उस ऋण को निरस्त कर सकें जिसके शर्तों से वे समझौता करते समय पूरी तरह संतुष्ट थे। यह किसी तरह से "लालची उपभोक्ता" जैसा लगता है।