apokolok
30/09/2019 15:25:24
- #1
कुछ भी नहीं बदला सिवाय तुम्हारे पहले के खराब सूचना स्तर के।
पुराने जमाने के भूमिसूचक मूल्यों पर ध्यान देने के बजाय असली बाजार का अध्ययन किया जा सकता था। gemeente भी तो कुछ मुफ्त में नहीं देती।
अभी हर ठीक-ठाक जगह पर चांद जैसी कीमतें मांगी और दी जा रही हैं, ऐसा ही है, गुस्सा करने से कुछ नहीं होगा।
बहुत ज्यादा भोलेपन (तैयार मकान तुरंत रहने लायक है...) और बहुत 'दूसरों की गलती है' वाला नजरिया शायद किसी को भी उसका घर नहीं दिला पाया, तुम्हारा अभी लंबा रास्ता बाकी है।
पुराने जमाने के भूमिसूचक मूल्यों पर ध्यान देने के बजाय असली बाजार का अध्ययन किया जा सकता था। gemeente भी तो कुछ मुफ्त में नहीं देती।
अभी हर ठीक-ठाक जगह पर चांद जैसी कीमतें मांगी और दी जा रही हैं, ऐसा ही है, गुस्सा करने से कुछ नहीं होगा।
बहुत ज्यादा भोलेपन (तैयार मकान तुरंत रहने लायक है...) और बहुत 'दूसरों की गलती है' वाला नजरिया शायद किसी को भी उसका घर नहीं दिला पाया, तुम्हारा अभी लंबा रास्ता बाकी है।