Joedreck
22/11/2019 09:05:45
- #1
तो लोग बुढ़ापे में क्या करते हैं या नहीं, यह उनका मामला है।
लेकिन कुछ भी जरूरी नहीं है।
हमारे पास भी 1000 वर्ग मीटर घास का क्षेत्र है, पूरी तरह से विकसित। ज़ाहिर है कि इसमें मेहनत लगती है। मूल रूप से। हालांकि हमारे पास एक घास काटने वाला रोबोट और स्वचालित सिंचाई प्रणाली है। यह काफी मदद करता है।
हर दो साल में एक बार किसी झाड़ी या पेड़ की छंटाई करना भी जल्दी हो जाता है। और अगर मैं इसे उस साल नहीं करता, तो अगले साल कर लूंगा। या बिल्कुल नहीं भी कर सकता हूँ। तो क्या हुआ?
या फिर आप अपने बगीचे को जंगली बगीचा बनाकर कम देखभाल वाला बना सकते हैं।
कम से कम मैं कभी भी पड़ोसी की तरह घुटनों के बल घास की किनारियां नहीं काटूंगा या घास से कलियाँ नहीं निकालूंगा।
यह या तो किसी गलत तरीके से बनाए गए बगीचे की बात होती है या आंतरिक बाधाओं की। लेकिन बड़े बगीचे में भी मैं बहुत समय अपनी किसी छतरी वाली जगह पर बैठता हूँ। या ठंडी सर्दियों के बगीचे में सुबह की बूंदों के बीच। या पेड़ के नीचे लकड़ी की बेंच पर। या सेब के पेड़ के नीचे लेट कर थोड़ा झपकी लेता हूँ।
लेकिन कुछ भी जरूरी नहीं है।
हमारे पास भी 1000 वर्ग मीटर घास का क्षेत्र है, पूरी तरह से विकसित। ज़ाहिर है कि इसमें मेहनत लगती है। मूल रूप से। हालांकि हमारे पास एक घास काटने वाला रोबोट और स्वचालित सिंचाई प्रणाली है। यह काफी मदद करता है।
हर दो साल में एक बार किसी झाड़ी या पेड़ की छंटाई करना भी जल्दी हो जाता है। और अगर मैं इसे उस साल नहीं करता, तो अगले साल कर लूंगा। या बिल्कुल नहीं भी कर सकता हूँ। तो क्या हुआ?
या फिर आप अपने बगीचे को जंगली बगीचा बनाकर कम देखभाल वाला बना सकते हैं।
कम से कम मैं कभी भी पड़ोसी की तरह घुटनों के बल घास की किनारियां नहीं काटूंगा या घास से कलियाँ नहीं निकालूंगा।
यह या तो किसी गलत तरीके से बनाए गए बगीचे की बात होती है या आंतरिक बाधाओं की। लेकिन बड़े बगीचे में भी मैं बहुत समय अपनी किसी छतरी वाली जगह पर बैठता हूँ। या ठंडी सर्दियों के बगीचे में सुबह की बूंदों के बीच। या पेड़ के नीचे लकड़ी की बेंच पर। या सेब के पेड़ के नीचे लेट कर थोड़ा झपकी लेता हूँ।