haydee
21/06/2019 13:25:05
- #1
मेरे पास तो 400 वर्ग मीटर दशकों पुराना जंगली आवरण है। पिछले साल एक झाड़ी बच नहीं पाई थी। बाकी सब फिर से आ गया है।
मैं सोचता हूँ कि पहले 1-2 सालों में पानी देने पर रोक होना खराब होगा, क्योंकि उस दौरान कुछ पौधे मर सकते हैं। इसके साथ ही बहुत समय और संभवतः पैसा भी जाएगा। उसके बाद यह संभव होना चाहिए।
हमारे यहां नव-निर्मित इलाकों में अब ज़िस्टरन (जल संचयन टैंक) भी अनिवार्य हैं। पानी को पुनः प्रकृति और जल चक्र में जोड़ दिया जाता है, बस समय में देरी होती है।
उदाहरण के तौर पर बुधवार की रात को एक तूफान आया था, आज फिर से पानी देना पड़ा।
ज़िस्टरन के पानी पर नकारात्मक प्रभाव होंगे या नहीं, यह समय बताएगा। मैं सोच सकता हूँ कि ज़िस्टरन, जिन इलाकों में बहुत भारी बारिश होती है, वहां शायद सकारात्मक प्रभाव डालते हों।
मैं सोचता हूँ कि पहले 1-2 सालों में पानी देने पर रोक होना खराब होगा, क्योंकि उस दौरान कुछ पौधे मर सकते हैं। इसके साथ ही बहुत समय और संभवतः पैसा भी जाएगा। उसके बाद यह संभव होना चाहिए।
हमारे यहां नव-निर्मित इलाकों में अब ज़िस्टरन (जल संचयन टैंक) भी अनिवार्य हैं। पानी को पुनः प्रकृति और जल चक्र में जोड़ दिया जाता है, बस समय में देरी होती है।
उदाहरण के तौर पर बुधवार की रात को एक तूफान आया था, आज फिर से पानी देना पड़ा।
ज़िस्टरन के पानी पर नकारात्मक प्रभाव होंगे या नहीं, यह समय बताएगा। मैं सोच सकता हूँ कि ज़िस्टरन, जिन इलाकों में बहुत भारी बारिश होती है, वहां शायद सकारात्मक प्रभाव डालते हों।