face26
22/04/2020 09:43:53
- #1
आप यहाँ केवल अनावश्यक रूप से जटिल परिदृश्य बना रहे हैं।
फिर सवाल उठेंगे, कब निर्माण हुआ, शादी से पहले या बाद, वेब्ल्क्ट कैसे थे, संपत्ति कितने मूल्य पर डाली गई, फिर सब कुछ कितना मूल्यवान है आदि।
यह कोई साफ-सुथरा समाधान नहीं है।
और वह बेहतर स्थिति में भी नहीं है, क्योंकि वह तब मरा होगा।
सबसे साफ-सुथरा समाधान यह होगा कि वह ज़मीन का आधा हिस्सा खरीद ले। और दोनों के नाम ग्राउंडबुक में संयुक्त रूप से निर्माण करवाएं। अगर इसके अलावा अन्य समाधान चाहिए, तो वह एक नोटरी द्वारा वसीयतनामा के माध्यम से तय किया जाए, अगर संभव हो।
फिर सवाल उठेंगे, कब निर्माण हुआ, शादी से पहले या बाद, वेब्ल्क्ट कैसे थे, संपत्ति कितने मूल्य पर डाली गई, फिर सब कुछ कितना मूल्यवान है आदि।
यह कोई साफ-सुथरा समाधान नहीं है।
और वह बेहतर स्थिति में भी नहीं है, क्योंकि वह तब मरा होगा।
सबसे साफ-सुथरा समाधान यह होगा कि वह ज़मीन का आधा हिस्सा खरीद ले। और दोनों के नाम ग्राउंडबुक में संयुक्त रूप से निर्माण करवाएं। अगर इसके अलावा अन्य समाधान चाहिए, तो वह एक नोटरी द्वारा वसीयतनामा के माध्यम से तय किया जाए, अगर संभव हो।