मैं इस समस्या को समझता हूँ - जिसे हमने निश्चित रूप से कई बार चर्चा की है - लेकिन दुर्भाग्यवश नहीं समझ पाया।
हमने सबसे शुरुआत में एक गणना तैयार की थी जिसमें सभी खर्च शामिल थे जो आएंगे। ज़मीन, नोटरी, घर के खर्च, रसोई, बाहरी व्यवस्था, फर्नीचर के लिए बजट, लैंप के लिए बजट, अतिरिक्त राशि आदि। यह एक काफी लंबी सूची थी और इसके नीचे एक कुल राशि लिखी थी। मान लेते हैं कि वह 500 हज़ार यूरो थी।
इसके बाद हमने अपनी स्वयं की पूंजी की सूची बनाई और देखा कि हम उसमें से कितना लगाना चाहते हैं। यहाँ भी मान लेते हैं कि 100 हज़ार यूरो, ताकि उदाहरण के लिए TE का हिसाब बने। => 100 हज़ार यूरो खुद की पूंजी
तो हमें बैंक से 400 हज़ार यूरो चाहिए थे - चाहे किसी भी रूप में हो, KfW के साथ या बिना => 400 हज़ार यूरो कर्ज
यह सूची मैंने बैंक की बातचीत में साथ ले जाकर बैंक सलाहकार से कहा कि वह उन श्रेणियों को चिह्नित करें जिनके लिए हमें अपनी खुद की पूंजी लगानी है और किनके लिए हमें बिल जमा करने होंगे। => मेरी नजर में यह एक व्यवहार्य समाधान है।
उच्च स्वयं पूंजी अनुपात के कारण सलाहकार ने कहा कि हमें पहले अपनी पूंजी लगानी चाहिए और फिर धीरे-धीरे राशि प्राप्त करनी चाहिए और इस दौरान "बड़ी" बिलें (>10 हज़ार यूरो) जमा करनी चाहिए। यह पर्याप्त होगा। कभी-कभी 20 हज़ार यूरो की राशि बिना कागज के भी दी गई।
यह बैंक से बैंक पर निर्भर करता है। इसलिए मेरी सलाह ऊपर वर्णित के अनुसार है। पूरी सूची लेकर सलाहकार के पास जाएं। वह आपको बताएगा कि कौन सी बैंक क्या "वित्तपोषित" करेगी और क्या बेहतर होगा कि आप अपनी पूंजी से भुगतान करें।