बच्चों की सुरक्षा को लेकर मैं इतना चिंतित नहीं हूं। हमारे ऊपर के मंजिल की गलियारा कोई साहसिक खेल का मैदान नहीं है और कभी भी नहीं रहा। हमने उन्हें अच्छे से संभाल रखा है। यह पहले घर में भी कामयाब रहा था, वहां बालकनी की रेलिंग एक ईंट की दीवार थी, वहां न तो फोम था न कोई चोट लगी थी। बच्चे तो अंधे भी नहीं होते। :)
मेरी चिंता ज़्यादा इस बात की है कि उसे कितनी साफ-सुथरी रखा जा सकता है, मुझे लगता है कि हाथ मारना तो बचना मुश्किल है।
अन्यथा यह सुरक्षा कांच है, यानी यह बिल्कुल अटूट तो नहीं है, लेकिन अगर कोई शीशा टूट भी जाए तो यह चित्त-कणों में टूटेगा नहीं। हमारे बिल्डर ने कहा था कि इस तरह के कांच को तोड़ने के लिए काफी बड़ा जोर लगना चाहिए। ये पूरी तरह से सुरक्षित तराशे गए हैं, ताकि कोई खुद को ना काट सके, और ये टूटकर भी चित्त-कणों में नहीं बटता। ऐसे शीशे आमतौर पर शॉपिंग मॉल में भी होते हैं। मुझे लगता है कि वहां ये हमारे एकल परिवार वाले घर के मुकाबले काफी ज्यादा दबाव सहते होंगे।