kochones
06/02/2014 11:32:45
- #1
@milki और @doc.schnaggels
आप दोनों बिल्कुल सही कह रहे हैं!!!
एक बार फिर यह नहीं होगा। हमें वास्तव में बंगलो की इच्छा से दूर सोचना होगा।
अब सवाल यह उठता है, कितना ऊँचा? मतलब डेढ़ या 2 पूर्ण मंजिलें और छत वैसे ही बिना निर्माण के, जैसे हमेशा तहखाने के साथ!
शैतान की साजिश.....यह तो रोने जैसा है।
खैर....कोई उपाय नहीं।
आपके सुझावों के लिए धन्यवाद!!!
पीएस: Doc.Schnaggels.......फेल्लबाख में भी हम पहले जा चुके हैं। Schwörerhaus हमें बहुत पसंद आया, कम से कम Schwörerhaus में एक अलग बेहतर गुणवत्ता और उच्च-मूल्यांकन महसूस हुआ। लेकिन हम ठोस निर्माण करना चाहते हैं....बस पुरानी सोच के कारण....ठोस मतलब ठोस और लकड़ी का निर्माण मतलब लकड़ी जैसा लगना।
आप दोनों बिल्कुल सही कह रहे हैं!!!
एक बार फिर यह नहीं होगा। हमें वास्तव में बंगलो की इच्छा से दूर सोचना होगा।
अब सवाल यह उठता है, कितना ऊँचा? मतलब डेढ़ या 2 पूर्ण मंजिलें और छत वैसे ही बिना निर्माण के, जैसे हमेशा तहखाने के साथ!
शैतान की साजिश.....यह तो रोने जैसा है।
खैर....कोई उपाय नहीं।
आपके सुझावों के लिए धन्यवाद!!!
पीएस: Doc.Schnaggels.......फेल्लबाख में भी हम पहले जा चुके हैं। Schwörerhaus हमें बहुत पसंद आया, कम से कम Schwörerhaus में एक अलग बेहतर गुणवत्ता और उच्च-मूल्यांकन महसूस हुआ। लेकिन हम ठोस निर्माण करना चाहते हैं....बस पुरानी सोच के कारण....ठोस मतलब ठोस और लकड़ी का निर्माण मतलब लकड़ी जैसा लगना।