हमने [Gewächshaus] रखा था और जब बगीचा पूरा होगा तो फिर से [Gewächshaus] लगाएंगे, उसके अंदर टमाटर, खीरा और शिमला मिर्च हैं। बाहर हमारे पास तोरी है और बदल-बदल कर सलाद, गाजर और प्याज होते हैं, कभी-कभी गोभी भी। इसके साथ ही रसभरी, ब्लैकबेरी और करौंदा भी हैं, इस साल हमें नए रूप में ब्लूबेरी भी मिलेगी। पेड़ों में चेरी और सेब हैं और हमें एक पेड़ और लगाना है संतुलन के लिए - वह या तो नाशपाती होगा या आलूबुखारा - संभवतः दोनों भी। लेकिन यहां बगीचों की संख्या भी कम हो रही है, ज्यादातर नए भूखंड बहुत छोटे होते हैं और अक्सर उनमें कंकड़ के गड्डे होते हैं। लेकिन जब तक हमारे यहाँ सब बाहर पूरा नहीं हो जाता, तब तक अफसोस थोड़ा समय लगेगा।