garfunkel
05/05/2018 17:33:57
- #1
भवन और पेड़ खासकर दिन के पहले और आखिरी घंटों में अधिक प्रभाव डालते हैं।
जो सुबह की धूप चाहते हैं उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि पूर्व की दिशा में साफ रास्ता हो।
जो शाम की धूप चाहते हैं उसका बिल्कुल उल्टा।
अगर कोई पड़ोसी भवन दूर नहीं है तो सूरज उदाहरण के लिए 16-15 बजे तक ही छिप सकता है।
या सुबह अपने ही भूखंड पर 2-3 घंटे बाद ही सूरज आ सकता है।
सिर्फ स्थिति नक्शे से इसे ठीक से नहीं समझा जा सकता।
निर्माण को कैसे देखना चाहिए?
क्या दोनों की छत और बगीचा पूर्व की ओर है?
तो बाएं भूखंड पर सूरज दाहिने की तुलना में कुछ जल्दी छिप जाएगा। अगर निर्माण की वजह से हालात खराब हों तो छतें दिन में जल्दी ही छाया में आ जाएंगी। अनुमानित 15 बजे के बाद (गर्मियों में) ऐसा हो सकता है।
यह घर पूरी तरह दक्षिण की ओर है एक बस्ती की सड़क में। मेरा पूर्व बालकनी लगभग 12/13 बजे से छाया में आ जाता है।
मुझे लगता है कि सूर्यप्रेमियों के लिए यह भूखंड उपयुक्त नहीं है। सिवाय इसके कि घर को यथासंभव पूर्व की ओर रखा जाए और छत और बगीचा पश्चिम की ओर किया जाए।
कम से कम यह कम न आंकना चाहिए कि हमारे अक्षांश पर सूरज अधिकांश समय कितनी तिरछी रोशनी देता है।
वैसे पेड़ उतनी ठंडी और अंधेरी छाया नहीं देते जितनी कि घर।
जो सुबह की धूप चाहते हैं उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि पूर्व की दिशा में साफ रास्ता हो।
जो शाम की धूप चाहते हैं उसका बिल्कुल उल्टा।
अगर कोई पड़ोसी भवन दूर नहीं है तो सूरज उदाहरण के लिए 16-15 बजे तक ही छिप सकता है।
या सुबह अपने ही भूखंड पर 2-3 घंटे बाद ही सूरज आ सकता है।
सिर्फ स्थिति नक्शे से इसे ठीक से नहीं समझा जा सकता।
निर्माण को कैसे देखना चाहिए?
क्या दोनों की छत और बगीचा पूर्व की ओर है?
तो बाएं भूखंड पर सूरज दाहिने की तुलना में कुछ जल्दी छिप जाएगा। अगर निर्माण की वजह से हालात खराब हों तो छतें दिन में जल्दी ही छाया में आ जाएंगी। अनुमानित 15 बजे के बाद (गर्मियों में) ऐसा हो सकता है।
यह घर पूरी तरह दक्षिण की ओर है एक बस्ती की सड़क में। मेरा पूर्व बालकनी लगभग 12/13 बजे से छाया में आ जाता है।
मुझे लगता है कि सूर्यप्रेमियों के लिए यह भूखंड उपयुक्त नहीं है। सिवाय इसके कि घर को यथासंभव पूर्व की ओर रखा जाए और छत और बगीचा पश्चिम की ओर किया जाए।
कम से कम यह कम न आंकना चाहिए कि हमारे अक्षांश पर सूरज अधिकांश समय कितनी तिरछी रोशनी देता है।
वैसे पेड़ उतनी ठंडी और अंधेरी छाया नहीं देते जितनी कि घर।