सिद्धांततः मैं कहूंगा कि एक तरफ दीवार की नमी अवरोधक की कमी है, यहाँ निश्चित रूप से हवा आने के लिए एक नोपेनबान बहुत मददगार होगा।
इसके अलावा मैं बिना घर को जाने अंदाजा लगाऊंगा कि छोटी 'घर की दिशा' पश्चिम की ओर है अर्थात मौसम की दिशा।
तेज़ बारिश कोने में पहुँचती है, कंक्रीट तक रिसकर दीवार को ऊपर की ओर चढ़ती है। फर्श में ढलान की कमी इस पूरी स्थिति को बढ़ावा देती है। या यहां तक कि फर्श का ढलान घर की दीवार की ओर भी हो सकता है।
ऐसे कोनों में ढलान को अधिक बनाना चाहिए ताकि पानी वास्तव में निकल जाए और वहां जमा न हो। बारिश की नाली और घर के कोने का यह संयोजन पानी को वहीं जमा होने देता है।