Zaba12
16/11/2018 12:34:49
- #1
ईमानदारी से कहूं तो मुझे यह मामला पूरी तरह से स्पष्ट लगता है। यहाँ प्रस्तुत किए गए तर्क भी बिलकुल इसी बात की ओर इशारा करते हैं कि अब इस मूल्य वृद्धि का पूरा प्रभाव क्यों और कैसे पड़ता है। पूर्व में कई पैरामीटर जैसे मूल्य बंधन की अवधि, देरी क्या है और क्या नहीं, मूल्य बंधन के बाद वृद्धि कितनी होती है, आदि को संविदात्मक रूप से निर्धारित किया जा सकता है।
इसमें अब कोई बहस नहीं है, सिवाय इसके कि ठेकेदार आपके प्रति सहानुभूति दिखाए।
इसमें अब कोई बहस नहीं है, सिवाय इसके कि ठेकेदार आपके प्रति सहानुभूति दिखाए।