Zaba12
14/09/2018 10:13:30
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शायद ज़ाबा का मतलब है कि भुगतान सीधे कारीगर के साथ किया जाता है न कि जीयू के माध्यम से।
हमने निर्माण स्थल पर भी सीधे कंपनियों के साथ रसीद के आधार पर ही अतिरिक्त मांगों का हिसाब किया। जीयू मौजूद नहीं है और वह इसे 1:1 आगे नहीं भेज सकता।
जीयू के बिना ऐसा ही होता है, जैसे हमारे यहां होता है। अतिरिक्त मांग (सुनने में आया है) आमतौर पर बिना जीयू के बंधन के निर्माण स्थल पर ही होती है।