तो मैं वही बनवाता जो मुझे सबसे ज्यादा पसंद हो या जिसमें मेरी प्राथमिकताएँ सबसे अच्छे से पूरी हों। एक अलग छत भी अंदर के कमरे की डिजाइनिंग के लिए विभिन्न विकल्प देती है, इसलिए मैं इसे इसी के आधार पर तय करता। आजकल एक फ्लैट छत उतनी ही वाटरप्रूफ होती है जितनी एक सैटल छत, अगर इसे सही तरीके से बनाया जाए। पुराने 70-80 के दशक के फ्लैट छत वाले बंगले शायद कुछ जगहों पर समस्या होते थे, लेकिन मैं भी उस समय ऐसे घरों में गया हूँ और कभी मेरे पैर गीले नहीं हुए। निर्माण के दौरान आज भी खिड़कियां, छत की खिड़कियां, कनेक्शन, जोड़ों, थर्मल ब्रिजेज, खराब वेंटिलेशन आदि में समस्याएँ हो सकती हैं। जैसे कि उदाहरण के लिए कंपनी BAUDER या ऐसी कोई अन्य कंपनी, जो अपने नवीनतम सामग्रियों से पूरे देश में कार्यशील फ्लैट छत बनाती है, इसलिए मुझे लगता है कि यह समस्या मुख्यतः पुरानी पीढ़ी की चिंता है। वाटरप्रूफ होने की चिंता के कारण मैं कभी भी अपनी पसंदीदा छत नहीं चुनवाउँगा। आजकल हर घर में आप चलकर इस्तेमाल करने वाला टाइल्ड फर्श वाला शॉवर पाते हैं, जो पहले कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।