Bauherren2014
04/03/2015 10:28:06
- #1
OT:
यह अच्छा होता ;)। लेकिन ऐसा कम ही होता है, जब तक कि माता-पिता शादी की पूरी लागत न उठाएं या मेहमान अपना खाना खुद न लेकर आएं :p।
शायद मैं भी एक ही समय में सब कुछ नहीं करता, लेकिन हालात कुछ ऐसे ही हैं।
तथ्य यह है: संपत्ति के रूप में मूलधन मौजूद है। आमदनी अच्छी है (अगर महिला की आमदनी योजना के अनुसार लंबी अवधि तक वैसी ही बनी रहती है), तो बैंक की ओर से फाइनेंसिंग में शायद ही कोई बाधा आएगी।
लेकिन, उन बच्चों की तीन की गैर-नज़रअंदाज़ करने योग्य लागतों के अलावा, फर्नीचर के फाइनेंसिंग की भी, निवेश राशि के अनुसार, 200 या 300 यूरो तक की अतिरिक्त लागत हो सकती है, इसे भी ध्यान में रखना चाहिए।
हमने भी 2014 में शादी की थी और मकान बनाया था। शादी की सारी लागत दूल्हा-दुल्हन के परिधान को छोड़कर खुद वहन कर ली थी।
यह अच्छा होता ;)। लेकिन ऐसा कम ही होता है, जब तक कि माता-पिता शादी की पूरी लागत न उठाएं या मेहमान अपना खाना खुद न लेकर आएं :p।
शायद मैं भी एक ही समय में सब कुछ नहीं करता, लेकिन हालात कुछ ऐसे ही हैं।
तथ्य यह है: संपत्ति के रूप में मूलधन मौजूद है। आमदनी अच्छी है (अगर महिला की आमदनी योजना के अनुसार लंबी अवधि तक वैसी ही बनी रहती है), तो बैंक की ओर से फाइनेंसिंग में शायद ही कोई बाधा आएगी।
लेकिन, उन बच्चों की तीन की गैर-नज़रअंदाज़ करने योग्य लागतों के अलावा, फर्नीचर के फाइनेंसिंग की भी, निवेश राशि के अनुसार, 200 या 300 यूरो तक की अतिरिक्त लागत हो सकती है, इसे भी ध्यान में रखना चाहिए।