यह एक बड़ा फर्क है कि आपको नजदीकी हीट सप्लाई लेना अनिवार्य है या कुछ घरों के प्रकार (जैसे डुप्लेक्स) को हीटिंग सिस्टम साझा करना पड़ता है।
नहीं, समाज-राजनीतिक रूप से हमें जीवाश्म ईंधन या संसाधनों को ऐसे ही जलाने या बर्बाद करने से रोकना होगा। और मौजूद संसाधनों का अधिक प्रभावी उपयोग करना होगा।
कोई भी उदाहरण के लिए परमाणु ऊर्जा नहीं चाहता, तो renewable energy होनी ही चाहिए। लेकिन हर कोई न तो बिजली लाइनों, न बायोगैस संयंत्रों, न पवनचक्कियों को अपने घर के पास चाहता है।
ने भी गैस चुना है; क्योंकि उसके लिए सबसे सस्ता तरीका है घर को गर्म करना।
यह उसके लिए ठीक है; लेकिन समाज-राजनीतिक तौर पर ऊर्जा परिवर्तन की सफल कार्यान्वयन के लिए यह सही रास्ता नहीं है।
मैं कृषि और हरित क्षेत्रों के शहरीकरण को भी संदेह की दृष्टि से देखता हूँ। निश्चित रूप से, हर कोई अपना बगीचे वाला घर पसंद करता है। लेकिन ज़मीन की सीलन (bodenversiegelung) काफी अधिक होती है, बनिस्बत आधुनिक शहरी योजना के।