Mottenhausen
12/12/2018 00:14:53
- #1
उदाहरण गलत है।
1. क्या आपके पास अपनी बैंक के साथ डिपॉजिट संचालन के लिए एक लिखित अनुबंध है,
जिसमें आपने
2. अपनी बैंक को लिखित रूप में सहमति दी है कि वे आपके लिए फोन पर दी गई मौखिक खरीद निर्देश भी निष्पादित कर सकते हैं।
लेकिन इसका उदाहरण से कोई संबंध नहीं है। "मौखिक किराया अनुबंध" का मिथक केवल इतिहास की किताब या अधिकतर कहानी की किताब से उत्पन्न होता है और आज के फोरम संस्कृति में मजबूती से बना रहता है। क्या यहाँ कोई किसी को जानता है जिसके पास अपनी फ्लैट या घर के लिए मौखिक किराया अनुबंध हो? मुझे लगता है कि ये केवल किरायेदार संघ की सनसनीखेज शीर्षकें हैं... "मौखिक किराया अनुबंध भी मान्य हैं... आदि आदि" जिन पर दादा कार्ल हमेशा खुश होते हैं, जिन्होंने अंकल गुन्टर के साथ 1963 में शेड के विस्तार के लिए एक मौखिक उपयोग अनुबंध किया था, जो 1985 से अस्तित्व में भी नहीं है।
बिल्कुल सामान्य है निर्माण क्षेत्र में, छत बनाने वाले के लिए तो क्या कंपनी वापस जाकर एक आदेश लिखवाना और हस्ताक्षर करवाना पड़े। लेकिन जब सख्ती होती है तो उसका मौखिक आदेश कोई मूल्य नहीं रखता।
1. क्या आपके पास अपनी बैंक के साथ डिपॉजिट संचालन के लिए एक लिखित अनुबंध है,
जिसमें आपने
2. अपनी बैंक को लिखित रूप में सहमति दी है कि वे आपके लिए फोन पर दी गई मौखिक खरीद निर्देश भी निष्पादित कर सकते हैं।
लेकिन इसका उदाहरण से कोई संबंध नहीं है। "मौखिक किराया अनुबंध" का मिथक केवल इतिहास की किताब या अधिकतर कहानी की किताब से उत्पन्न होता है और आज के फोरम संस्कृति में मजबूती से बना रहता है। क्या यहाँ कोई किसी को जानता है जिसके पास अपनी फ्लैट या घर के लिए मौखिक किराया अनुबंध हो? मुझे लगता है कि ये केवल किरायेदार संघ की सनसनीखेज शीर्षकें हैं... "मौखिक किराया अनुबंध भी मान्य हैं... आदि आदि" जिन पर दादा कार्ल हमेशा खुश होते हैं, जिन्होंने अंकल गुन्टर के साथ 1963 में शेड के विस्तार के लिए एक मौखिक उपयोग अनुबंध किया था, जो 1985 से अस्तित्व में भी नहीं है।
बिल्कुल सामान्य है निर्माण क्षेत्र में, छत बनाने वाले के लिए तो क्या कंपनी वापस जाकर एक आदेश लिखवाना और हस्ताक्षर करवाना पड़े। लेकिन जब सख्ती होती है तो उसका मौखिक आदेश कोई मूल्य नहीं रखता।