क्या दो मेजों को इतने करीब रखना अजीब नहीं है?
हाँ, मेरी राय में ऐसा है। जब दो मेजें होती हैं, तो रोज़ाना (अर्थात हर दिन सिवाय जन्मदिन / नामकरण संस्कार / क्रिसमस / ईस्टर के) एक खाने के लिए और दूसरी सामान रखने के लिए उपयोग होती है, जबकि दूसरी जरूरी नहीं कि सुंदर दिखे, बल्कि अव्यवस्थित दिखती है। बेहतर होगा एक अच्छी तरह से उपयोगी, अनुकूलनीय (बढ़ाने योग्य) मेज हो।
एक और छोटा विचार: "बड़ा" जरूरी नहीं कि "आमंत्रक", "सुविधाजनक", "संगत" या "सुंदर" हो, जैसे कि घर का दिल चाहते हैं।
मरम्मत वाले प्रोजेक्ट में मूल योजना में बदलाव कुछ भी आसान नहीं होता, शायद इसलिए यह वास्तव में एक समझदारी भरा विचार होगा कि अपनी आवश्यकताओं, अपनी इच्छाओं, अपनी कल्पनाओं के साथ लेकिन अपनी बनाई हुई योजना के बिना किसी वास्तुकार से मिलें।