Musketier
26/07/2016 09:29:48
- #1
क्या ऐसा हो सकता है कि तुम यहाँ कुछ ज़्यादा ही सोच रहे हो?
ये दो छेद हैं, शायद 3 सेमी² के, जो खिड़की के फ्रेम के पीछे छिपे हुए हैं। इसलिए सीधी रोशनी भी नहीं आ पाती।
अगर ये नीचे तक जाते, तो मेरी राय में यह अच्छा नहीं लगता और रेल की वजह से फिर भी रोशनी आती रहती।
ये दो छेद हैं, शायद 3 सेमी² के, जो खिड़की के फ्रेम के पीछे छिपे हुए हैं। इसलिए सीधी रोशनी भी नहीं आ पाती।
अगर ये नीचे तक जाते, तो मेरी राय में यह अच्छा नहीं लगता और रेल की वजह से फिर भी रोशनी आती रहती।