Jean-Marc
09/01/2021 10:20:57
- #1
अब वह खुद ही ये बात समझ चुका है।
मेरे परिचितों में अभी ऐसा ही एक मामला है। वह उसे ग्रामीण इलाके में घर खरीदने के लिए मनाता रहा, वह शहर की बच्ची होने के कारण वहां मेलजोल नहीं खोज पाई, न तो कोई सुशी बार, न ही योगा क्लास, हर दिन अंशकालिक नौकरी के लिए 30 किलोमीटर की यात्रा, खुश नहीं रह पाई, अलग हो गए और अपने बेटे के साथ शहर वापस चले गए। अब उसे घर का कर्ज और भरण-पोषण का बोझ उठाना पड़ रहा है - मामला खराब हो गया।
सिर्फ इसलिए कि बीस के अंत में इस पर सहमति नहीं बन सकती, यह कोई त्रासदी नहीं है। लेकिन कम से कम दोनों को यह पता होना चाहिए कि बिना एक मजबूत समझौते के, जिस पर दोनों अनिवार्य रूप से सहमत हों, भविष्य के अन्य मामलों में भी आगे बढ़ना संभव नहीं होगा।
मेरे परिचितों में अभी ऐसा ही एक मामला है। वह उसे ग्रामीण इलाके में घर खरीदने के लिए मनाता रहा, वह शहर की बच्ची होने के कारण वहां मेलजोल नहीं खोज पाई, न तो कोई सुशी बार, न ही योगा क्लास, हर दिन अंशकालिक नौकरी के लिए 30 किलोमीटर की यात्रा, खुश नहीं रह पाई, अलग हो गए और अपने बेटे के साथ शहर वापस चले गए। अब उसे घर का कर्ज और भरण-पोषण का बोझ उठाना पड़ रहा है - मामला खराब हो गया।
सिर्फ इसलिए कि बीस के अंत में इस पर सहमति नहीं बन सकती, यह कोई त्रासदी नहीं है। लेकिन कम से कम दोनों को यह पता होना चाहिए कि बिना एक मजबूत समझौते के, जिस पर दोनों अनिवार्य रूप से सहमत हों, भविष्य के अन्य मामलों में भी आगे बढ़ना संभव नहीं होगा।