-XIII-
23/12/2019 10:05:00
- #1
हम बिल्कुल भी किसी कठिन जीवनस्थिति में नहीं हैं।
लेकिन क्यों किसी को दूसरी प्राथमिकताएं, Vorstellungen आदि नहीं हो सकती बिना जड़ होकर, बिना योजना बनाए काम करने के आदि हुए बिना।
मुद्दा यह नहीं है कि आपकी अन्य प्राथमिकताएं हैं, बल्कि यह है कि आप सोचते हैं कि कोई और इन्हें आपसे बेहतर तरीके से लागू नहीं कर सकता।
मैं भी सिर्फ एक शौक़ीन हूँ, मैंने यहां अपने माकेट (Grundrisse) डालने की हिम्मत भी नहीं की (काश मैंने किया होता) लेकिन मैंने यहाँ बहुत कुछ पढ़ा है और आप विश्वास नहीं करेंगे कि कितने आर्किटेक्ट्स और निर्माण व्यवसायी अपने ग्राहकों को सबसे बेतुका सामान सुनहरा मवेशी के रूप में बेच चुके हैं...और यहाँ सच सामने आता है। इंसान अफसोस की बात यह है कि एक भोला प्राणी होता है। यहाँ मैंने सीखा है कि हमेशा बेहतर किया जा सकता है...यदि आप खुद को इससे दूर नहीं रखते।