Gartenfreund
07/09/2020 06:38:41
- #1
हमारा गेट अब इतना ऊंचा नहीं है इसलिए मैं नहीं कह सकता कि यहाँ जैसा किया गया है वह तुम्हारे लिए एक विकल्प है या नहीं।
सबसे पहले एक निरंतर कंक्रीट की नींव बनाई गई ताकि यह रोका जा सके कि कोई खंभा दूसरे से अलग तरीके से सेट हो और इस वजह से गेट कभी झुका हुआ हो और अटका हो।
जहाँ खंभे लगने थे वहाँ नींव में लम्बी कटौती की गई थी। उसमें लोहार ने मजबूत यू-ट्रैक्स डाले। लोहार और मिस्त्री, जिसने बाद में खंभों को klinker पत्थरों से बनाना था, ने मिलकर यह तय किया कि पत्थरों के लिए कितना स्थान चाहिए। फिर लोहार ने इन यू-ट्रैक्स पर उपयुक्त काजों को वेल्ड किया ताकि वे इतने बाहर निकले कि पत्थर बिछाए जा सकें और गेट और पत्थर के बीच कुछ सेंटीमीटर की दूरी भी बनी रहे।
बिल्कुल यू-ट्रैक्स को नींव में कंक्रीट में भी डाला गया।
कुछ समय बाद जब खंभे बनाए गए तो उन्हें भर दिया गया।
सबसे पहले एक निरंतर कंक्रीट की नींव बनाई गई ताकि यह रोका जा सके कि कोई खंभा दूसरे से अलग तरीके से सेट हो और इस वजह से गेट कभी झुका हुआ हो और अटका हो।
जहाँ खंभे लगने थे वहाँ नींव में लम्बी कटौती की गई थी। उसमें लोहार ने मजबूत यू-ट्रैक्स डाले। लोहार और मिस्त्री, जिसने बाद में खंभों को klinker पत्थरों से बनाना था, ने मिलकर यह तय किया कि पत्थरों के लिए कितना स्थान चाहिए। फिर लोहार ने इन यू-ट्रैक्स पर उपयुक्त काजों को वेल्ड किया ताकि वे इतने बाहर निकले कि पत्थर बिछाए जा सकें और गेट और पत्थर के बीच कुछ सेंटीमीटर की दूरी भी बनी रहे।
बिल्कुल यू-ट्रैक्स को नींव में कंक्रीट में भी डाला गया।
कुछ समय बाद जब खंभे बनाए गए तो उन्हें भर दिया गया।