kkk272729
06/11/2017 08:18:56
- #1
ठीक उसी समय फुगिंग ("अपने रस में") करने पर गंदगी होने की संभावना बहुत अधिक होती है, क्योंकि पूर्व-मोर्टार की स्थिरता बहुत अधिक प्लास्टिक जैसी होती है बनिस्बत बाद में फुगिंग करने के। वहां स्थिरता अधिक चाक जैसी होती है।
मेरे यहाँ भी सीधे फुगिंग की गई थी।
इसे "नली से फुगिंग" कहा जाता है।
फुगिंग को आकार देने के लिए एक बगीचे की नली का एक टुकड़ा उपयोग किया जाता है।
विभिन्न फुगिंग रंग पानी और पूर्व-मोर्टार के मिश्रण के विभिन्न अनुपातों पर भी निर्भर कर सकते हैं। इसे बहुत सटीकता से करना होता है।
संलग्न एक तस्वीर है एक नली से फुगिंग की गई दीवार की। इसमें फुगिंग थोड़ी पीछे बैठी है, जिससे पत्थर अधिक देहाती दिखता है।
मेरे यहाँ भी सीधे फुगिंग की गई थी।
इसे "नली से फुगिंग" कहा जाता है।
फुगिंग को आकार देने के लिए एक बगीचे की नली का एक टुकड़ा उपयोग किया जाता है।
विभिन्न फुगिंग रंग पानी और पूर्व-मोर्टार के मिश्रण के विभिन्न अनुपातों पर भी निर्भर कर सकते हैं। इसे बहुत सटीकता से करना होता है।
संलग्न एक तस्वीर है एक नली से फुगिंग की गई दीवार की। इसमें फुगिंग थोड़ी पीछे बैठी है, जिससे पत्थर अधिक देहाती दिखता है।