Specki
23/01/2020 13:25:38
- #1
एक तर्क के रूप में मैं अभी केवल वह ही लिख सकता हूँ जो मैं जानता हूँ:
कोई भी मनमाना किसान के पास जाकर वहाँ से कोई भी भूसे के गट्ठर नहीं लेता जो जानवरों के लिए बनाए गए हों और उन्हें इस्तेमाल करता है।
कुछ विशेष नियम होते हैं जिनके अनुसार भूसे के गट्ठर तैयार किए जाने चाहिए। और अनुभवी वास्तुकार/ बढ़ई उन नियमों को जानते हैं और संभवत: उन किसानों को भी जानते हैं जो उन नियमों को पूरा करते हैं। अगर नहीं, तो ऐसे किसान की तलाश की जा सकती है जो उन नियमों को पूरा कर सके। और अगर सब कुछ उन नियमों के अनुसार किया जाता है, तो वहाँ कोई सड़ा-गला, फफूंदी वाला हिस्सा नहीं होगा। शुरुआत से ही यह जाना जाता है कि यहाँ अधिक सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि भूसा जानवरों के लिए नहीं है।
अब तक मैंने जो कुछ भी पढ़ा है, उसके अनुसार मैं इसे इसी तरह जानता हूँ।
कोई भी मनमाना किसान के पास जाकर वहाँ से कोई भी भूसे के गट्ठर नहीं लेता जो जानवरों के लिए बनाए गए हों और उन्हें इस्तेमाल करता है।
कुछ विशेष नियम होते हैं जिनके अनुसार भूसे के गट्ठर तैयार किए जाने चाहिए। और अनुभवी वास्तुकार/ बढ़ई उन नियमों को जानते हैं और संभवत: उन किसानों को भी जानते हैं जो उन नियमों को पूरा करते हैं। अगर नहीं, तो ऐसे किसान की तलाश की जा सकती है जो उन नियमों को पूरा कर सके। और अगर सब कुछ उन नियमों के अनुसार किया जाता है, तो वहाँ कोई सड़ा-गला, फफूंदी वाला हिस्सा नहीं होगा। शुरुआत से ही यह जाना जाता है कि यहाँ अधिक सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि भूसा जानवरों के लिए नहीं है।
अब तक मैंने जो कुछ भी पढ़ा है, उसके अनुसार मैं इसे इसी तरह जानता हूँ।