हमारे अंदर के पलस्तर करने वालों ने वास्तव में अच्छी मेहनत की है। दीवारों का अधिकांश भाग बिल्कुल ठीक था। कुछ ही जगहों को मैंने रंग लगाने से पहले फिर से सुधारा। इसलिए दीवारों के अधिकांश भाग को हमने केवल रंगा और केवल लिविंग रूम में फ्लिस लगाया।
घर में 6 साल बाद अब टिकाऊपन के बारे में कुछ कहना होगा।
लेकिन ध्यान देना होगा कि हमारे यहाँ इस्तेमाल किया गया जिप्सम प्लास्टर काफी नरम है। अगर उससे टकराओ तो उसमें निशान पड़ जाता है। मेरी राय में टेपेटा में ऐसा बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं होता।
मुझे यह भी लगता है कि चिकनी दीवार पर गंदगी जल्दी दिखाई देती है, बनिस्बत रंगी हुई राउफासर के। यह शायद बच्चे के कारण भी हो सकता है, जो पहले यहाँ नहीं थे।
इसलिए हमने बच्चों की उंगलियों के निशानों वाली जगहों को कई बार फिर से रंगा है। सौभाग्य से हमने तैयार मिक्स रंग का इस्तेमाल किया है। इससे बहुत अच्छा काम होता है, बिना कोई अंतर दिखाए।