ypg
10/07/2013 10:00:05
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नमस्ते,
मेरे माता-पिता ने 30 साल पहले भूरे रंग की खिड़कियाँ लगाईं थीं। फ्रेम बहुत जल्दी फीके पड़ गए हैं, यहाँ तक कि उत्तर दिशा में भी।
मुझे नहीं पता कि तकनीक में कितना सुधार हुआ है, लेकिन मुझे लगता है कि रंगीन खिड़की के फ्रेम किसी न किसी वक्त फीके पड़ ही जाते हैं।
पुरानी सफेद प्लास्टिक की खिड़कियाँ अब ग्रे हो गई हैं, क्योंकि उनकी सतह छिद्रयुक्त और मद्धम हो जाती है। यही बात तब के भूरे रंग वाले फ्रेम्स पर भी लागू होती है, जो इसके अलावा और भी फीके पड़ जाते हैं।
मेरा मानना है कि आज की प्लास्टिक निर्माण तकनीक (30 साल बाद), खासकर फोइल कोटिंग में, बहुत बेहतर है, और यह बिना फोइल वाले सफेद खिड़कियों पर भी लागू होती है।