नमस्ते,
क्या आप थोड़ा और स्पष्ट हो सकते हैं?
कौन-सी [B]Wैना किस
Aब्स्टीचुंग के लिए सही है?[/B]
अब्दिचुंग तकनीक में वर्तमान में दो मूल प्रकारों के बीच अंतर किया जाता है:
हाउटअब्दिच्तुंगन, जिनमें मिट्टी की ओर से कंस्ट्रक्शन पर लगाए गए सामग्री नमी के प्रवेश को रोकते हैं। चूंकि अतीत में लगभग केवल बिटुमिनस पदार्थों का उपयोग किया गया था, इस प्रकार के लिए
श्वार्ज़े वेन्ने शब्द प्रचलित हुआ। हाल ही में प्लास्टिक आधारित अब्दिच्तुंग पदार्थों का भी उपयोग किया जा रहा है।
स्टेरे अब्दिच्तुंगन, जिनमें ट्रैगकंस्ट्रक्शन स्वयं अपनी भार वहन क्षमता के अलावा अब्दिच्तुंग कार्य भी करता है। इसके लिए आवश्यक जलरोधक कंक्रीट बनाने हेतु अक्सर हाईकोफेनसेमेन्ट का उपयोग किया जाता है, जिससे बहुत हल्का दिखने वाला निर्माण पदार्थ बनता है। इसी रूप-रंग के कारण "बेटोनक्वेरश्निट्स-अब्दिच्तुंग्सफेरफाहरेन" को
वाइसे वेन्ने कहा जाता है। उल्लेखनीय है कि अतिरिक्त, धरती की ओर लगाए गए प्लास्टर और स्लैम भी अब्दिच्तुंग कार्य कर सकते हैं। यह विधि कम ही प्रचलित है या वाइसे वेन्ने के पूरक के रूप में उपयोग की जाती है।
एक और पुरानी, हालांकि भुला दी गई और अब पुनः खोजी गई अब्दिच्तुंग की विधि है बेंटोनाइट-अब्दिच्तुंग। इसमें यह हाउटअब्दिच्तुंग है, जिसमें नमी के संपर्क में आने वाले भाग जैसे दीवार और फर्श मिट्टी की ओर बेंटोनाइट पट्टियों में लपेटे जाते हैं। बेंटोनाइट एक प्राकृतिक, अत्यधिक सूजनशील मिट्टी है, जो कम मोटाई में भी जल के प्रति उच्च अब्दिच्ति प्रभाव रखती है। इसके भूरे रंग के कारण इसे उपयुक्त रूप से
ब्रौने वेन्ने कहा जाता है।
अमेरिका में वर्षों से भवनों को भूतल जल के प्रवेश से बचाने के लिए बेंटोनाइट का उपयोग होता है, जबकि हमारे यहाँ यह सामग्री मुख्यतः डंपिंग साइटों में इस्तेमाल होती है। बेंटोनाइट को पट्टियों में बनाकर लगाने के विचार से यह सामग्री भवन अब्दिच्तुंग के लिए पुनः प्रासंगिक हो गई है।
यह उत्पाद बेंटोनाइट का पूर्व हाइड्रेशन (पूर्व आर्द्रीकरण) करके बनाया जाता है। पेटेंट प्रक्रिया से अत्यधिक जलरोधक, प्लास्टिक बेंटोनाइट मिट्टी उत्पन्न होती है। यह निर्माण पदार्थ उच्च सूजन क्षमता के साथ-साथ उत्कृष्ट यांत्रिक स्थिरता भी रखता है। इसका अब्दिच्ति प्रभाव बार-बार की ठंड, पिघलने और सूखा/गीला चक्रों में भी बना रहता है। यह रासायनिक आक्रमणों के प्रति प्रतिरोधी है और जैविक रूप से अपघटित नहीं होता।
स्रोत: मेरी वेबसाइट
सादर नमस्कार