"Zigenpeter86":
इस फोरम में सही उत्तर पहले ही (कहीं-कहीं) दिए जा चुके हैं!
मैं थोड़े से परिवर्धनों के साथ सारांश प्रस्तुत करता हूँ:
1. एस्ट्रिच (यहाँ: एक सीमेंट एस्ट्रिच) हमेशा ड्राई होने की वजह से छिद्रयुक्त होता है।
2. इन छिद्रों में समय के साथ न केवल धूल और तेल जाता है, बल्कि सर्दियों में हिमपात का नमक भी पहुँचता है। इससे एस्ट्रिच की सतह पर निशान जैसी क्षति होती है!
3. यहाँ जैसी गेराज में एस्ट्रिच निश्चित रूप से सतह संरक्षण के साथ होना चाहिए।
4. एस्ट्रिच की सतह को पहले पॉलिश करना और धूल को अच्छी तरह से वैक्यूम करना अनिवार्य है, उससे पहले कि "काम शुरू किया जाए"।
5. अगर रंग लगाने (बेतन कलर, जो बाज़ार में उपलब्ध है) का विचार है, तो डिस्पर्शन प्राइमर देना हर हाल में उचित है। सामान्यत: यह उस उपयोग के लिए पर्याप्त होता है, लेकिन स्थायी नहीं होता।
6. रिएक्शन राल के उपयोग के लिए केवल विशेषज्ञता ही नहीं, बल्कि (मशीन) तकनीक भी आवश्यक है। उदाहरण के लिए, नेल शूज भी जरूरी होते हैं, एक साधारण रोलर इस तकनीक के लिए पर्याप्त नहीं है।
7. सबसे आसान, और सस्ती भी, परन्तु दृश्य परिणाम हमेशा "सबसे सुंदर" नहीं देने वाली विधि है (एक लैम्बफेल रोलर से) जल आधारित पोटैशियम वाटरग्लास सॉल्यूशन का उपयोग।
------------------------------------------
फैसला अब आपके ऊपर है!
शुभकामनाएँ: क्लारा