जहाँ आप ऐसा अपेक्षाकृत अक्सर देखते हैं, वह रीट की छतों पर होता है।
अधिकतर तब क्रूपेलवाल्मडाच होता है। इसका बंगले से भी कोई लेना-देना नहीं है।
एक तो वह होता है जो पसंद आता है, दूसरा वह जो जरूरत होती है।
निश्चित ही आपकी नजरों में जो "बंगला" नहीं है, वह सब बुरा नहीं होगा।
वास्तव में जब ऊपर रहने के कमरे होते हैं तो वह बंगला नहीं होता। तब वह एक सामान्य एक मंजिला एकल परिवार का घर होता है जिसमें डॉकचा होता है।