Robert-1
28/02/2014 10:13:58
- #1
हैलो कार्ल-स्टेफन,
ऐसे मकान मालिक होते हैं जिन्हें इसकी परवाह नहीं होती और वे केवल किराया चाहते हैं। अगर वे फफूंदी पाते हैं, तो अक्सर गलत हवादारी के कारण किरायेदार को दोषी ठहराया जाता है। दुनिया इतनी आसान नहीं है।
शुभकामनाएं
ऐसे मकान मालिक होते हैं जिन्हें इसकी परवाह नहीं होती और वे केवल किराया चाहते हैं। अगर वे फफूंदी पाते हैं, तो अक्सर गलत हवादारी के कारण किरायेदार को दोषी ठहराया जाता है। दुनिया इतनी आसान नहीं है।
शुभकामनाएं