कर्ज पर बैंक का मार्जिन

  • Erstellt am 10/10/2015 22:21:59

Voki1

12/10/2015 10:16:41
  • #1
हर कुछ हफ्तों में कहीं न कहीं एक पत्थर उठता है और कुछ ऐसा बाहर निकल आता है। इसे रोकना संभव नहीं है, लेकिन यह परेशान करता है।
इंसान सही और बुद्धिमानी से बहस भी नहीं कर सकता, क्योंकि इस मामले में वह बेहथियार है।
 

toxicmolotof

12/10/2015 10:16:44
  • #2
आहा, श्रीमान क्या चला रहे हैं?
 

305er

12/10/2015 10:30:17
  • #3


और यह अपमान नहीं माना जाता ?
तुम्हें बिलकुल भी idea नहीं है कि मैं कौन हूँ Voki1 इसलिए ऐसे मूर्खतापूर्ण कमेंट्स मत करो।

इसके अलावा यह अत्यधिक बढ़ जाता है और बहुत ज्यादा OT में चला जाता है।
 

Voki1

12/10/2015 10:50:30
  • #4
यह एहसास आप अपने योगदानों की गुणवत्ता से खुद ही पाते हैं। आपकी तरह अन्य उपयोगकर्ताओं के साथ समानता यह है कि वे इसे स्वयं महसूस नहीं करते।
 

Bauexperte

12/10/2015 11:18:44
  • #5


हर क्रिया के मुकाबले एक प्रतिक्रिया होती है।

स्रोत उद्धरण: सर इसाक न्यूटन (1643 - 1727), अंग्रेज़ गणितज्ञ, भौतिक विज्ञानी और खगोल वैज्ञानिक

शुभकामनाएँ, Bauexperte
 

305er

12/10/2015 11:20:13
  • #6
पहले से मालूम है कि यह कैसे चलता है...पुराने परिचितों को अनुमति है। नए लोगों को नहीं।
 
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